Andheri raat/ Dark night

Available in both हिंदी and English translation.
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सैयद मेहंदी हसन


       वह1990 की बात है। मेरे नाना काम पर गए हुए थे वे रात की शिफ्ट करके घर लौट रहे थे अचानक पूरी बॉम्बे की लाइट चली गई थी। ट्रेन बंद होने के वजह से उनके बॉस ने आधे रास्ते तक अपनी गाड़ी से उनको छोड़ दिया।



अब मेरे नाना अकेले ही अंधेरी रात में चल रहे थे ।आजू-बाजू घनी खाड़ी थी वह बस चलते ही जा रहे थे, पर इतने में उनको यह एहसास हुआ कि कोई उनके पीछे चल रहा है ।रास्ते में अंधेरा होने के वजह से कुछ समझ नहीं आ रहा था।देर बाद उनको ऐसा लगा अब उनके साथ कोई चल रहा है दोनों बाजू से ,पर शक्ल अंधेरे  के वजह से साफ दिख नहीं पा रहे थी।




इतने में सामने से एक बड़ी ट्रक आई तब मेरे नाना ने ट्रक की रोशनी से जल्दी अपना सर आजू-बाजू घुमा कर उनको देख लिया । उन्होंने देखा कि वह दोनों आदमी जो साथ चल रहे थे उनके सर से खून बह रहा है । वे समझ गए कि यह कोई इंसान नहीं है कुछ और ही है।


  मेरे नाना अब समझ गए थे कि मेरे अब घर तक पहुंचना मुश्किल है । रात के 2:00 बजे रहते अंधेरे और सुनसान रास्ते बस चलते  जा रहे थे।
उनको समझ नहीं आ रहा था कि अब क्या करूं इतने में दो कुत्ते आ जाते हैं और वह दो शैतानों पर भोकना चालू करते हैं (मानो वह मदद के इरादे से आए हो)।कहते हैं कि जानवरों को शैतान ,भूत प्रेत जल्दी पता चल जाते हैं कुत्तों ने भोक भोक के उन्हें बाजू में जो खाड़ी थी उसमें भगा दिया ,और वह लोग एक एकदम से गायब हो गए।



अब मेरे नाना और वह दो कुत्ते साथ साथ चल रहे थे थोड़े आगे एक छोटी बस्ती दिखी, वहां से मेरे नाना ने दो पैकेट बिस्किट खरीद कर वह कुत्तों को खिलाय और उनका दिल से शुक्रिया अदा किया।
अब मेरे नाना सही सलामत घर पर पहुंच गए थे।

धन्यवाद!

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 ENGLISH TRANSLATION

During 1990s, My maternal
Sayed Mehdi Hassan
grandfather had gone to work, he was returning home after working the night shift, suddenly the entire Bombay light had gone off.  As the train stopped, his boss left him in his car halfway.



 Now my maternal grandfather was walking alone in the dark night. There was a very dense bay, he was just going to walk, but he realized that someone was following him. Because of the darkness in the way, he couldn't see clearly . Later, he felt that someone is now walking with him on both sides, but the face was not visible due to the darkness.


 Then a big truck came from the front,  my maternal grandfather turned his head quickly and saw them with the light of the truck.  He saw that the two men who were walking together were bleeding from their heads.  He understood that it is not a human being, it is something else.


 My maternal grandfather now understood that it is difficult to reach my home.  At 2:00 in the night, the dark and deserted paths were just going on.

 He was unable to understand what to do,  two dogs came and start barking at the two devils (as if they came with the motive of help).  The dogs banished them to the creek which was on their side, and those people disappeared completely.

 Now my maternal grandfather and the two dogs were walking together, a little settlement was seen next, from there, my maternal grandfather bought two packets of biscuits and fed them to the dogs and thanked them wholeheartedly.



 Now my maternal grandfather had reached home safely.


 Thank you!


Comments

  1. very very nice and scary story .best of luck for yuor future blogs imtiaz&rubina

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  2. You described your blog very attractively. I liked it and waiting for the next blog 🥰

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